हमारे देश में आज भी कई सारे ऐसे लोग हैं, जो बेटियों को बोझ समझते हैं. लोग बेटों की तुलना में बेटियों के विकास पर कम ध्यान देते हैं. बेटियों के साथ उनकी शिक्षा व स्वास्थ्य में भी भेदभाव किया जाता है. समाज के इसी नकारात्मक सोच को बदलने के लिए राजस्थान सरकार ने मुख्यमंत्री राजश्री योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत सरकार बेटियों की शिक्षा व स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए कुल छह किश्तों में लगभग ₹50,000 की आर्थिक सहायता प्रदान करती है.
अगर आप जानना चाहते हैं कि “राजश्री योजना का लाभ कैसे मिलता है” तो इस आलेख में पूरा अवश्य पढ़ें. आगे हम आपको इसके प्रमुख लाभ, आवेदन कैसे करें तथा इस योजना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां देंगे.
मुख्यमंत्री राजश्री योजना क्या है?
मुख्यमंत्री राजश्री योजना की शुरुआत राजस्थान सरकार ने बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिए की है. यह योजना महिला एवं बाल विकास विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा संचालित की जाती है. इस योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, लिंगानुपात में सुधार लाना, बेटियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार लाना तथा बेटियों को स्वस्थ व सशक्त बनाना है.
इस योजना के अंतर्गत सरकार बेटियों के उत्तम स्वास्थ्य तथा अच्छी शिक्षा के लिए छह किश्तों में ₹50,000 तक की राशि प्रदान करती है.
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ऐसे मिलता है राजश्री योजना का लाभ :-
- पहली किश्त : बालिका के जन्म के समय – ₹2500
- दूसरी किश्त : एक वर्ष के टीकाकरण के बाद – ₹2500
- तीसरी किश्त : कक्षा-1 में प्रवेश लेने पर – ₹4000
- चौथी किश्त : कक्षा-6 में प्रवेश लेने पर – ₹5000
- पांचवीं किश्त : कक्षा-10 में प्रवेश लेने पर – ₹11,000
- छठी किश्त : बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद – ₹25,000
इस तरह कुल छह किश्तों में ₹50,000 तक का आर्थिक लाभ दिया जाता है.
पात्रता शर्तें :
- बालिका व उसका परिवार राजस्थान के स्थायी निवासी हों.
- बालिका का जन्म 1 जून 2016 के बाद हुआ हो.
- इस योजना का लाभ एक परिवार में अधिकतम दो जीवित संतानों को ही मिलेगा.
- अगर एक ही प्रसव में एक से अधिक बालिकाओं का जन्म होता है, तो उन सभी को योजना का लाभ मिलेगा.
- बालिका के माता-पिता या अभिभावक के नाम पर भामाशाह कार्ड अवश्य होना चाहिए.
- पहली व दूसरी किश्त का लाभ केवल उन्हीं बालिकाओं को मिलेगा जिसका जन्म किसी सरकारी अस्पताल या राज्य सरकार द्वारा अधिकृत निजी अस्पताल में हुआ हो.
- तीसरी से लेकर छठी किश्त का लाभ उन्हीं बालिकाओं को मिलेगा जो किसी राजकीय संस्थान में अध्ययन में कर रही हों.
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राजश्री योजना का लाभ उठाने के लिए ये दस्तावेज हैं जरूरी :
- बालिका का आधार कार्ड
- माता-पिता का भामाशाह कार्ड
- माता-पिता का आधार कार्ड
- बालिका का जन्म प्रमाण-पत्र
- माता/पिता के बैंक अकाउंट की डिटेल्स
- प्रथम किश्त के लिए मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्ड
- दूसरी किस्त के लिए टीकाकरण का प्रमाण
- तीसरी, चौथी, पांचवीं व छठी किश्त के लिए विद्यालय में प्रवेश का प्रमाण-पत्र
- परिवार में दो से अधिक बच्चे न होने का स्वघोषणा पत्र
- मोबाईल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
राजश्री योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
अगर बालिका ऊपर बताई गई पात्रता शर्तों को पूरा करती है, तथा सभी जरूरी दस्तावेज उपलब्ध हैं तो योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं.
पहली व दूसरी किश्त का लाभ लाभ लेने के लिए आवेदन करने हेतु नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र से संपर्क कर सकते हैं. जिस अस्पताल में बालिका का जन्म हुआ है, सीधे वहां भी आप आवेदन किया जा सकता है. इसके अलावा तालुका स्वास्थ्य अधिकारी, कलेक्टर कार्यालय, जिला परिषद तथा महिला व बाल विकास विभाग से भी संपर्क किया जा सकता है.
अगर बालिका ने कक्षा-1/6/9/12 में प्रवेश लिया है, तो उसका आवेदन सीधे संबंधित राजकीय विद्यालय के द्वारा किया जाएगा.
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मुख्यमंत्री राजश्री योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
फिलहाल सरकार ने राजश्री योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की कोई सुविधा नहीं दी है. इंटरनेट पर कुछ लोग ऑनलाइन आवेदन की जानकारी दे रहे हैं, जो पूर्णतः भ्रामक एवं गलत है.
दोस्तों, आशा करता हूँ अब आपको राजश्री योजना का लाभ कैसे मिलता है तथा इसके लिए आवेदन कैसे किया जाता है, इसके बारे में संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी.
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