job card धारक अपनी हर महीने की नरेगा पेमेंट डिटेल्स ऑनलाइन भी देख सकते हैं. इस आर्टिकल में हमने नरेगा का पेमेंट कैसे देखें 2023 इसकी स्टेप बाई स्टेप जानकारी बताएँगे, अगर आपको भी मनरेगा यानी नरेगा की भुगतान चेक करना है तो नीचे बताये गए स्टेप्स को फॉलो करें –
नरेगा का पेमेंट कैसे देखें 2023 –
- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइड narega.nic.in पर जायें
- अब Transparency & Accountability के जॉब कार्ड लिंक पर क्लिक करें
- इसके बाद राज्यों की लिस्ट में अपना राज्य चुने
- अगले पेज में आपको फाइनेंसियल ईयर, जिला , ब्लॉक, पंचायत चुनकर प्रोसीड बटन पर क्लिक करें
- अब पंचायत में बने सभी जॉब कार्ड की सूची खुल जायेगी इसमें से अपने जॉब कार्ड नंबर पर क्लिक करे
- इतना करते ही आपको आपको जॉब कार्ड डिटेल, पेमेंट लिस्ट, कितना पैसा कब आया है आदि जानकारी मिल जायेगी
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नरेगा योजना का उद्देश्य –
इस योजना के तहत लाभार्थी को एक वर्ष में 100 नौकरियों की गारंटी दी गयी है। नरेगा का काम महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना के तहत आता है। मनरेगा में काम करने के लिए जॉब कार्ड होना जरुरी होता है। इसका उद्देश्य है कि हर बेरोजगर व्यक्ति को कम से कम 100 दिन का रोजगार तो प्रतिवर्ष सरकार दे. जिससे वे आर्थिक तंगी में न फसें.
जॉब कार्ड बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- राशन कार्ड
- बैंक अकाउंट
- मोबाइल नंबर
- पास पोर्ट साइज फोटो
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सवाल जबाब (FAQ) –
नरेगा की शुरुआत कब हुई?
केंद्र सरकार नें भारतीय ग्रामीणों की बेरोजगारी को दूर करने के लिए 7 दिसंबर 2005 को राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम योजना की शुरुआत की इस योजना के तहत बेरोजगारों को 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी गयी। बाद में 2 अक्टूबर 2009 में नरेगा जॉब कार्ड का नाम बदल कर Mahatma Gandhi National Rural Employment Guarantee Act (मनरेगा) कर दिया गया।
नरेगा का एक दिन का पेमेंट कितना है?
नरेगा की एक दिन की मजदूरी सभी राज्यों में अलग-अलग है। जैसे- उत्तर प्रदेश में 201.00 रुपये, राजस्थान में 220 रुपयें और छतीसगढ़ में 190.00 रुपयें है वैसे तो केंद्रे बजट के अनुसार नरेगा की मजदूरी 183 रूपयें थी जो अब लाकडाउन के समय से बढ़ा दी गयी है
मनरेगा योजना की शुरुआत किसने की?
2 फरवरी 2006 को नरेगा की शुरुआत प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और कांग्रेसी अध्यक्ष सोनिया गांधी जी ने इसकी शुरुआत आंध्रप्रदेश के अनंतपुर में की थी वित्तीय योगदान केंद्र सरकार का बजट 40100 करोड़ था।
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