DBW 187 गेहूं की किस्म की जानकारी: उपज, समय व फायदे नुकसान

DBW 187 गेहूं की किस्म एक उच्च उपज देने वाली, रोग प्रतिरोधी गेहूं की किस्म है जो भारत में उगाई जाती है। यह किस्म पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, असम और पश्चिम बंगाल के उत्तर पूर्वी मैदानी क्षेत्रों की सिंचित समय पर बुवाई की स्थिति के लिए उपयुक्त है।

DBW 187 गेहूं की किस्म ऑनलाइन खरीदें –

गेहूं की किस्म DBW 187 ऑनलाइन खरीदने के लिए, आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:

  1. किसी ऑनलाइन कृषि बीज स्टोर पर जाएं। कुछ लोकप्रिय विकल्पों में शामिल हैं:

    • Amazon
    • Flipkart
    • Paytm Mall
    • BigBasket
    • Pepperfry
  2. “DBW 187 गेहूं” खोजें।

  3. अपनी पसंद की किस्म और मात्रा चुनें।

  4. अपना पता और भुगतान जानकारी दर्ज करें।

  5. ऑर्डर करें।

भारत में, DBW 187 गेहूं की किस्म आमतौर पर 10 किलोग्राम के बैग में बेची जाती है। कीमत प्रति किलोग्राम लगभग 100 रुपये है। खरीदने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया इस प्रकार है –

  1. Amazon पर जाएं।

  2. सर्च बार में “DBW 187 गेहूं” टाइप करें।

  3. “इंस्टेंट रिजल्ट्स” के तहत, “DBW 187 गेहूं (करण वंदना)” खोजें।

  4. “खरीदें” बटन पर क्लिक करें।

  5. अपना पता और भुगतान जानकारी दर्ज करें।

  6. “ऑर्डर करें” बटन पर क्लिक करें।

आपके ऑर्डर को कुछ दिनों के भीतर आपके घर पर डिलीवर कर दिया जाएगा।

Also Read: ₹ 2000 की किस्त कैसे देखें 2023 | 15वीं किस्त चेक करें

इस किस्म की विशेषताएं

  • उच्च उपज: DBW 187 गेहूं की किस्म प्रति हेक्टेयर लगभग 82 क्विंटल की औसत उपज देती है।
  • रोग प्रतिरोधी: यह किस्म पत्तों के झुलसने, ब्लास्ट और उनके अस्वस्थ दशा जैसी प्रमुख बीमारियों के खिलाफ प्रतिरोधी है।
  • जलवायु अनुकूलता: यह किस्म विभिन्न जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल है।
  • गुणवत्ता: DBW 187 गेहूं की किस्म की गुणवत्ता अच्छी होती है और इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों के निर्माण में किया जा सकता है।

फायदे

  • उच्च उपज: DBW 187 गेहूं की किस्म की उच्च उपज से किसानों की आय में वृद्धि होती है।
  • रोग प्रतिरोधी: यह किस्म रोगों के प्रति प्रतिरोधी होने के कारण किसानों को नुकसान से बचाती है।
  • जलवायु अनुकूलता: यह किस्म विभिन्न जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल होने के कारण किसानों को अधिक विकल्प प्रदान करती है।
  • गुणवत्ता: DBW 187 गेहूं की किस्म की अच्छी गुणवत्ता से किसानों को अधिक लाभ होता है।

बुवाई की विधि

DBW 187 गेहूं की बुवाई के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. भूमि को अच्छी तरह से तैयार करें।
  2. भूमि में 20-25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालें।
  3. भूमि में 12-15 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से नाइट्रोजन, 10-12 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से फास्फोरस और 6-8 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से पोटाश डालें।
  4. भूमि में बीजों को 10-12 सेंटीमीटर की दूरी पर और 4-5 सेंटीमीटर की गहराई पर बोएं।
  5. बुवाई के बाद, बीजों को हल्की सिंचाई दें।

सिंचाई

DBW 187 गेहूं की फसल को विकास के दौरान 4-5 सिंचाई की आवश्यकता होती है। पहली सिंचाई बुवाई के 20-25 दिनों के बाद, दूसरी सिंचाई 40-45 दिनों के बाद, तीसरी सिंचाई 60-65 दिनों के बाद और चौथी सिंचाई 75-80 दिनों के बाद करें।

Also Read: राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ लिस्ट सूची कैसे देखें

खरपतवार नियंत्रण

DBW 187 गेहूं की फसल में खरपतवारों की वृद्धि को रोकने के लिए, निम्नलिखित उपाय करें:

  • बुवाई के पहले, खेत में खरपतवारनाशक का छिड़काव करें।
  • बुवाई के बाद, खरपतवारों को हाथ से निकाल दें।
  • खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए, खेत में यांत्रिक तरीके का उपयोग करें।

फसल कटाई

DBW 187 गेहूं की फसल को बुवाई के 120 दिनों के बाद कटाई के लिए तैयार हो जाती है। फसल कटाई के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. फसल की पत्तियां और डंठल को काट लें।
  2. फसल को थ्रेशर से पीस लें।
  3. गेहूं के दानों को साफ कर लें।

विशेष सावधानियां

  • बुवाई के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले बीज का उपयोग करें।
  • **बुवाई का सही समय और सही गहराई का पालन करें।

Also Read: धान बेचने के लिए टोकन कैसे लें – CG

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top